Wednesday, March 30, 2011

यकीन मानिये इतिहास दोहराया भी जा सकता है ....

कौन  कहता  है  की इतिहास बार बार नहीं दोहराया  जा सकता ?
अगर आप भी ऐसा हीं  सोचते हैं तो  , मैं कहता हूँ की आपका ऐसा सोचना गलत हैं /
क्यूंकि इसे एक बार नहीं बल्कि पुरे पाँच बार दोहराया है हमारे भारतीय क्रिकेट टीम ने /
अभी तक भारत - पाकिस्तान के जितने भी मुकाबले वर्ल्ड कप में हुए हैं, सभी में केवल और केवल भारतीय टीम की हीं जीत हुयी है / वर्ल्ड कप में कोई भी ऐसा मुकाबला नहीं हुआ है जिसमे की पाकिस्तान टीम ने भारत के खिलाफ जीत हासिल की हो /

अभी तक भारत-पाकिस्तान के बीच 1992, 1996, 1999 ,2003 और 2011 को  मिलाकर  पाँच  बार वर्ल्ड कप  में आमने - सामने  की भिडंत हुयी है और सभी में भारत की ही जीत हुई है /
आज का मुकाबला सेमी फ़ाइनल  तक हीं  सिमित नहीं था बल्कि  बात थी  भारत को फिर से उसी इतिहास को दोहराने की  जिसे अभी तक भारत चार बार पाकिस्तान के खिलाफ दोहराता आ रहा था को , फिर से दोहराने की  /
और बेशक इसे फिर से दोहराया भी / और दोहराया भी तो इस अंदाज़ में की  पाकिस्तान टीम के कप्तान शहीद अफरीदी  अपनी आँखों  को  आंसू  निकलने से नहीं रोक पाएं  /
अब तो आप मानते हैं न,  की  इतिहास को दोहराया भी जा सकता है  ? 
क्रिकेट के इतिहास में तो पाकिस्तान के खिलाफ हमने पांचवीं  बार एक हीं इतिहास को तो दोहराते हुए पाकिस्तान को वर्ल्ड कप से बहार का रास्ता तो दिखा दिया, अब देखना यह है की क्या भारत  1983 के इतिहास को फिर से दोहराता है की नहीं ? सब की उम्मीदे इसी बात पर टिकी है  और लोग आशा भी कर रहे है की भारतीय टीम एक बार फिर से 1983 के इतिहास को  दोहराएगा  / बस दो दिन और  ! नतीजा हम सबके सामने होगा  / फिर तो हम और भी जोश के साथ कह सकेंगे की हाँ  इतिहास दोहराया भी जा सकता है  , बस फर्क रहता है तो सिर्फ दिन और तारीख़ का  /

2 अप्रैल  2011 को  मुंबई के बांखेडे  स्टेडियम , वर्ल्ड कप 2011 का फ़ाइनल  भारत और श्रीलंका  के बीच  /

                                             इस बार सचिन के लिए........